एक हिंदी चारोळी (ek hindi charoli)

एक हिंदी चारोळी

करती हैं मुझको पागल, वो लट बिखरी तेरे चेहरे पे
या हो जाता हूँ मैं दीवाना देख के तेरे मस्त आँखोंको
मुश्किल हैं बताना ऐ जालिम, बक्श दे मुझे ओ खुदा
बचना हुस्नके रेले से, मुमकिन नहीं इन्सानोको

- आनंद खांदेवाले

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